दीपावली पूजन शुभ महूर्त 4नवंबर 2021

दीपावली पूजन शुभ महूर्त 4नवंबर 2021

मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा का समय शाम 06 बजकर 09 मिनट से रात 08 बजकर 20 मिनट तक का है.

पूजा की अवधि- 1 घंटे 55 मिनट की होगी. वहीं प्रदोष काल- शाम 5:34: बजे से रात 8:10: बजे तक जबकि, वृषभ काल- शाम 6:10: बजे से रात 8:06: बजे तक है.

दिवाली पर निशिता काल मुहूर्त निशिता काल- रात 11:39 बजे से 5 नवंबर रात 00:31 बजे तक सिंह लग्न- 5 नवंबर रात 00:39 बजे से तड़के 02:56 बजे तक

दिवाली शुभ चौघड़िया मुहूर्त सुबह का मुहूर्त: 06:34: बजे से 07:57: बजे तक सुबह का मुहूर्त: 10:42: बजे से दोपहर 14:49: बजे तक सायंकाल मुहूर्त: शाम 4:11: बजे से रात 8:49: बजे तक रात्रि मुहूर्त: रात 24:04: बजे से रात 01:42: बजे तक यह सभी दिल्ली के महूर्त चोखड़िया है आप अपने अपने स्टेट के गूगल से निकाल सकते है आप सभी को दीपावली की बहुत बहुत शुभकामनाएं दीवाली दीपो का पर्व है अंधकार पर रोशनी की जीत का पर्व है हमारे दिल मे जो अंधकार है उसको भी रोशन करने का पर्व है लक्ष्मी एक ऐसी देवी है जो सबके घर मे वास करती है किसी के कम तो किसी के घर मे बहुत ज्यादा माँ लक्ष्मी हमेशा उनको ही अपना आशीर्वाद सुख शांति देती है जो इंसान मेहनत और ईमानदारी से उनको अपने घर मे लाता है बेईमानी से आई लक्ष्मी सबसे पहले अहंकार देती है फिर गलत आदतों से उसकी बुद्धि खराब कर देती है धीरे धीरे यह सभी रिश्तो से इंसान को दूर कर देती है यह वो लक्ष्मी है जो उल्लू पर आई है उल्लू अंधकार का प्रतीक है इसलिए कहा जाता है उल्लू कभी ज्ञानी नही होता क्योंकि वो सूर्य प्रकाश को नही देख सकता इसमें उल्लू आप हो और धन वो है जिस पर लक्ष्मी बैठी है उल्लू पर और आप अज्ञानता में धोखे से जो धन लेकर आए हो वो बर्बाद करेगा कितने क्लेश घर गृहस्ती खराब हो जाती है अगर सही तरीके से धन न कमाया हो वो धन परेशान करेगा ही करेगा अगर धन ही सब कुछ होता तो शायद कोई करोड़पति दुखी न होता उसके जीवन मे कोई परेशानी नही होती श्रापित धन परिवार की सात नस्लो को भी खराब कर देता है कही न कही चोट तो जरूर मारेगा यह सच है चाहे कितना ही कड़वा क्यों न हो लक्ष्मी जी गणेश जी के साथ इसलिए ही पूजी जाती है ताकि ज्ञान विवेक से धन अर्जित करे और उसको हम नही हमारा परिवार भी सुख शांति से भोग करे धन कमाने के साथ उसको सही से हमको उसको भोगना भी आए पैसा कमाकर हम शराब शबाब और गलत चीज़ों में न पड़ जाए इसलिए धन की देवी लक्ष्मी जी के साथ गणेश जी का पूजन होता है बुद्धि सही रहे और उसका भोग भी सत्कर्मो में लगे लक्ष्मी जी भगवान विष्णु के साथ अपने पति के साथ जब गरुण पर आए तो बहुत सौभाग्य यश कीर्ति देती है क्योंकि उनके साथ भगवान विष्णु भी है ऐसा धन बहुत शांति देता है यह वो धन होता है जिसमे आपके पूर्वजो का आशीर्वाद भी होता है आपके पूर्वज की संपत्ति बढ़ती है उनके कारोबार को आप जब ईमानदारी से आगे लेकर जा रहे हो समझ लीजिए लक्ष्मी जी के साथ भगवान विष्णु का वास भी आपके घर पर है क्योकि अब आपके परिवार में एकता है संतान कामियाब है सुख शांति आपके घर मे है लक्ष्मी जी भगवान विष्णु के साथ हो धन आप से दूर जाएगा ही नही लक्ष्मी जी हमेशा भगवान विष्णु के चरणों मे है में ईश्वर से यही प्राथर्ना करूँगा आपके घर लक्ष्मी जी के साथ गणेश जी या भगवान विष्णु का वास हो कभी भी अकेले लक्ष्मी उल्लू पर बैठकर आपके घर न आए आप सभी को मेरी तरफ से दीपावली की बहुत बहुत शुभकामनाएं एक बार फिर से

दिवाली पूजा विधि / लक्ष्मी पूजन विधि

1. दिवाली के दिन मुख्य रूप से भगवान गणेश और मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। 2. दिवाली की शाम को एक साफ चौकी बिछांए। इसके बाद इस पर गंगा जल छिड़काव करें।

3. भगवान गणेश और मां लक्ष्मी के साथ कुबेर और श्री यंत्र भी स्थापित करें।

4. पूजा स्थान पर एक जल से भरा तांबे का कलश रखें अगर आपके पास तांबे का कलश नहीं है तो आप साधारण कलश भी रख सकते हैं।

5. इसके बाद कलश पर रोली से सतिया बना लें और श्रीं लिखें इसके बाद मोली की 5 गांठे बांध दें।

6. इसके बाद आम के पत्ते बांध दे और पुजा स्थल पर पंच मेवा, गुड़ फूल , मिठाई,घी , कमल का फूल ,खील बातसें आदि भगवान गणेश और मां लक्ष्मी के आगे रखें।

7. मां लक्ष्मी को कमल का फूल अत्याधिक प्रिय है इसलिए मां लक्ष्मी के दोनों और एक- एक कमल का फूल रखें।

8. इसके बाद भगवान गणेश और मां लक्ष्मी के आगे पांच घी और पांच तेल के दीपक और तेल का बड़ा दीपक जलाएं। और विधिवत पूजन करें ।

9. भगवान गणेश और मां लक्ष्मी की पूजा के बाद कुबेर जी की पूजा भी अवश्य करें।

10. इसके बाद अपने गहनों ,पैसों और बहीखातों की भी पूजा करते हैं। जिससे आपकी संपन्नता लगातार बनी रहे।🙏🙏🙏

Leave a comment